Microsoft Outage Airport पर दिए गए हाथ से लिखे बोर्डिंग पास

Microsoft Outage

Microsoft Outage In Hindi: गुरुवार को दुनिया अचानक से थम गई। भारत और अमेरिका सहित दुनिया भर के कई देशों में माइक्रोसॉफ्ट सर्वर ठप होने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ा। वही हैदराबाद एअरपोर्ट से एक खबर है की इंडिगो स्टाफ ने तत्काल फ्लाइट्स के लिए हाथ से लिखे बोर्डिंग पास जारी कर दिए।

Microsoft Outage Airlines Airport पर दिए गए हाथ से लिखे बोर्डिंग पास

आप तस्वीरों में देख पा रही होंगे कि अब हाथसे लिखकर बोर्डिंग पास जारी किए गए। बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर में दिक्कतों की वजह से पूरी दुनिया में उड़ान सेवाएं प्रभावित हुई। कई कंपनियों के विमान उड़ान नहीं भर पाए। एयर इंडिया ने बयान देते हुए कहा कि माइक्रोसॉफ्ट की सर्वर में दिक्कत की वजह से हमारा डिजिटल सिस्टम प्रभावित हुआ। माइक्रोसॉफ्ट आउटेज के चलते ही कई एयरलाइन्स ने हाथ से लिखकर बोर्डिंग पास जारी किया है। वही इस मामले पर मोदी सरकार में रेल मंत्री

अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, MEITY वैश्विक आउटेज के संबंध में माइक्रोसॉफ्ट और उसके सहयोगियों के संपर्क में है। इस आउटेज के कारण की पहचान कर ली गई और समस्या के समाधान के लिए अपडेट जारी कर दिए गए हैं। CRT एक तकनीकी सलाह जारी कर रहा है। NIC नेटवर्क प्रभावित नहीं हैं।

Microsoft Outage कारण कौनसी सेवाए हुई प्रभावित

आपको बता दें कि ये माइक्रोसॉफ्ट आउटेज का संकट पूरे विश्व को प्रभावित कर रहा है। स्पाइसजेट और इंडिगो ने इसी तरह की तकनीकी समस्या का हवाला दिया।

सिर्फ विमान सेवाएं ही नहीं बल्कि देशों में बैंकिंग सेवाओं से लेकर टिकेट बुकिंग और स्टॉक एक्स्चेंज पर असर पड़ रहा है। वहीं DGCA ने कहा कि अभी तक एयरलाइन्स को बंद करने पर कोई फैसला नहीं लिया गया। नागरिक विमानन महानिदेशालय DGCA भारत में नागरिक विमानन को विनियमित करने के लिए भारत सरकार का एक वैधानिक निकाय है।

बर्लिन एअरपोर्ट ने तकनीकी खराबी के चलते अपनी फ्लाइट्स रोक दी। एअरपोर्ट ऑपरेटर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, सर्वर में आई परेशानी की वजह से चेक इन में देरी हुई। वहीं पर अमेरिकन एयरलाइन्स, डेल्टा और यूनाइटेड सहित प्रमुख अमेरिकी एयरलाइनों ने कथित तौर पर सभी उड़ानें रोक दी हैं।

कुल मिलाकर पूरा विश्व इस माइक्रोसॉफ्ट आउटेज के संकट से परेशान हैं। क्या भारत, क्या अमेरिका, जर्मन जैसे देश भी इस माइक्रोसॉफ्ट आउटेज इस संकट से जूझते नजर आ रहे है।

वो आपका लैपटॉप का काम हो या फिर एयरलाइन्स, टिकेट बुकिंग हो या फिर आपको कोई दूसरे सर्वर से रिलेटेड काम करने हो। सभी जगह इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।